हिंसा की राजनीति और लास्की
हेराल्ड जे लास्की ने अ ग्रामर ऑफ़
पॉलिटिक्स लिखी थी| राजनीति वैज्ञानिक के अतिरिक्त वे व्यावहारिक राजनीतिज्ञ भी थे
| वे ब्रिटेन के लेबर पार्टी के न केवल बौद्धिक प्रचारक थे बल्कि १९४५ में लेबर पार्टी
के अध्यक्ष भी बने थे | १९ जून १९४५ ईस्वी को उन्होंने नेवार्क में एक भाषण दिया
था जिसके प्रकाशन के लिए उन्होंने नेवार्क एडवरटाइजर पर मुकदमा दायर किया था |
नेवार्क एडवरटाइजर ने अपने रपट में कहा था कि लास्की ने ‘ समाजवाद के राजनीतिक
लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हिंसा का सहारा लेने को कहा था |’ मुक़दमे की
सुनवाई लार्ड चीफ जस्टिस Goddard ने की
और लास्की के सहकर्मी और लेबर सरकार के पूर्व अटॉर्नी जनरल सर पैट्रिक हेस्टिंग्स
प्रतिवादी के पक्ष में जिरह कर रहे थे |
जिरह लंबा चला| हेस्टिंग्स ने लास्की
से अंत में पूछा कि क्या वे यही कह रहे हैं न कि यदि सहमति से ये समाजवादी
परिवर्तन नहीं होते हैं तो समाजवाद में विश्वास रखनेवालों के द्वारा इन्हें हिंसा
के द्वारा लाया जाएगा?’ लास्की ने ‘हाँ’ कहा |
लास्की न केवल मुकदमा हारे बल्कि
उनपर १३००० पौंड का जुरमाना भी लगाया गया| इस
निर्णय के बाद लास्की ब्रिटिश सरकार से झगड़ पड़े और दो साल के अंदर उनकी मृत्य हो
गई|